मंदिर में सादगी से की शादी, दूल्हा-दुल्हन के अलावा कोई परिजन नहीं हुआ शामिल


परिवारजन व रिश्तेदारों ने लाईव शादी देखी


 


 


times of blue city
जोधपुर। बीमार दादा की अपने पौत्रवधू देखने की ख्वाहिश पूरी करने के लिए शहर के एक युवक ने लॉकडाउन व कोरोना के कहर के बीच शनिवार को सादगीपूर्ण तरीके से विवाह कर लिया। शास्त्रीनगर निवासी इस युवक का मिल्कमैन कॉलोनी में रहने वाली युवती के साथ पहले से रिश्ता तय हो रखा था लेकिन लॉकडाउन के कारण फिलहाल शादी एक बार स्थगित कर दी गई। इस शादी की खासियत यह रही कि इसमें दूल्हा-दुल्हन का एक भी परिजन शामिल नहीं हुआ। 


 


 



 



शास्त्रीनगर निवासी वरुण धाणदिया का रिश्ता मिल्कमैन कॉलोनी की मीनाक्षी के साथ घर वालों ने तय कर रखा था। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दोनों की शादी आज होनी तय थी लेकिन लॉकडाउन के कारण परिजनों ने फिलहाल शादी स्थगित कर दी। इस बीच वरुण के दादा मोहनलाल की तबीयत ज्यादा ही बिगड़ गई। बीमार मोहनलाल ने अपनी पौत्र वधू को देखने की ख्वाहिश जाहिर की। इस पर परिजनों ने मीनाक्षी के परिजनों से बात कर आज ही शादी करने का फैसला लिया। कोरोना का फैलाव रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की पालना में दोनों परिवार के सदस्यों ने इसमें शामिल नहीं होने का फैसला किया। इसके बाद शास्त्रीनगर स्थित आर्य समाज के दुर्गा मंदिर में पंडित महेन्द्र व्यास ने पूर्ण विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ दोनों का विवाह संपन्न कराया। शादी में वर-वधू पक्ष का एक भी व्यक्ति शामिल नहीं हुआ। दूल्हे ने बताया कि नियम की पालना करते हुए परिवार के सदस्य घर पर ही उनका इंतजार कर रहे है। 
विवाह के बाद नवदम्पति ने कोरोनों से निपटने व जरूरतमंदों की सहायता के लिए प्रधानमंत्री केयर फंड में 4 लाख 1 हजार व मुख्यमंत्री केयर फंड में 1 लाख 1 हजार सहायता राशि का चौक सुपूर्द कर एक अनूठी मिसाल पेश की।
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